कैसे पढ़ें सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न?
कैसे पढ़ें सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न ?
तकनिकी विश्लेषण (Technical Analysis)के लिए कैंडलस्टिक पैटर्न का इस्तेमाल किया जाता है. कैंडलस्टिक पैटर्न किसिभी शेयर या फिर किसी इंडेक्स (निफ़्टी ,बैंक निफ़्टी ई) की कीमतों को किसी भी समय (१ साल , १ महीना , १ हफ्ता ,१ दिन,४ घंटे,३ घंटे,१ घंटे,३०मि,१५मि,५ मि,१ मि ) के कालखंड में आपको उस शेयर या इंडेक्स की कीमतों का उतार चढाव दर्शाता है. जिस चार्ट में ये कैंडलस्टिक को दर्शाया जाता है उसको कैंडलस्टिक चार्ट कहा जाता है. तो चलिए हम इन चीजों को इमेज के माध्यम से समझने की कोशिश करते है.
जिस प्रकार आप इमेज में देख पा रहे है. ऊपरवाली इमेज में टाइम फ्रेम को दर्शाया गया है जिस से आप कोई भी टाइम पर अपनी कैंडलस्टिक को सेट कर सकते है. और दूसरी इमेज में SBI का डेली का चार्ट बना हुआ आप देख पा रहे है.इसी चार्ट को केँडलएस्टिक चार्ट कहा जाता है.
केँड़लस्टीक का अविष्कार १७०० सदी मे जापान के सकता गांव में जन्मे मोहनिशा होम्मा नामके चांवल के व्यापारी ने किया था. मोहनिशा होम्मा जापान ओसका में ओजिमा नाम के चांवल की मंडी में व्यापर करता था. बहोत समय व्यापर करते समय उसे ये समझ आया की चावल की कीमते एक विशिष्ट रूप से कम या ज्यादा होती है.बहोत समय सोच विचार करने के बाद उसने कीमतों को मोमबत्ती के आकर के साथ जोड़ कर एक आकार बनाया उसीको आज हम कैंडलस्टिक कहते हैं. इस अविष्कार का उपयोग करके उसने और कई लोगों ने बहोत पैसा बनाया. कुछ सालों बाद १८५० अमेरिका के स्टीव निसान ने कैंडलस्टिक पर अध्ययन करके किताब लिखी जिसका नाम था "जैपनीज़ कैंडलस्टिक चार्टिंग टेक्निक " इस किताब के आने के बाद पूरी दुनिया ने शेयर बाजार में कैंडलस्टिक का इस्तेमाल करना शुरू किया.
अगर आपको शेयर बाजार को समझना है या इसमें महारथ हासिल करनी है तो आपको कैंडलस्टिक को बहोत अच्छे से समझना होगा. कैंडलस्टिक आपको एक नज़र में शयेर या इंडेक्स की कीमतों का विश्लेषण दे देता है.
SBI का एक दिन का चार्ट हम लागलें तो चार्ट कुछ इस प्रकार का दीखता होगा. ये एक दिन का डेटा है. इस एक दिन में SBI के कीमतों में बहोत उतार चढाव हुए होंगे लेकिन इस एक दिन की केंडल ने पुरे डेटा एक दिन में समेट कर आपके सामने रख दिया.
इसकी तुलना अगर हम लाइन चार्ट से करें तो आपको चीज़ें इतनी साफ नज़र नहीं आएंगी. इमेज के माध्यम से समझते हैं. यहाँ पर हमने SBI का एक दिन का लाइन चार्ट लगा दिया. इसमें आपको कीमतों का भारी उत्तार चढाव दीखता होगा और थोड़ा मुश्किल हो गया समझना. वही पर इसी चार्ट को एक ही केंडल में समेत दिया जाए तो चीज़ें स्पष्ट रूप से सामने आ गई. कैंडलस्टिक आपको एक बार में दिखा देगा की आपका शेयर कोई भी टाइम फ्रेम में (चाहे एक दिन का हो या एक घंटे का या फिर ५ मिनिट) किस किमत पर खुला था कितना निचे आया और किस कीमत पर बंद हुआ.
कैंडलस्टिक पैटर्न के साधारण प्रकार
कोइ भी चार्ट अगर अपने ध्यान से देखा होगा तो आपके समझ् आयेगा कि हर दिन या किसी भी टाइम फ्रेम में अलग अलग प्रकार के कैंडलस्टिक तेय्यार हुए है. इन्हि सारे प्रकारों को एक एक करके समझनेकी कोशिश करेंगे.१.बिग वाइट केंडल :
इसको आप बिग ग्रीन केंडल भी बोल सकते है. इसकी जो ग्रीन बॉडी है वो बहोत ज्यादा लम्बी होती है. ओपनिंग और क्लोजिंग रेंज में बहोत ज्यादा अंतर होता है. इसका लौ ओपन प्राइस के पास होता है और क्लोजिंग प्राइस उसके हाई के पास होता है. इसको एक बहोत ज्यादा बुलिश केंडल मन जाता है. ये दर्शाता ही की बाज़ार में बहोत खरीदार आ गए है और तगड़ी खरीदारी हो रही है.
२.बिग ब्लैक केंडल :
इसको आप बिग रेड केंडल भी बोल सकते है. इसकी जो रेड बॉडी है वो बहोत ज्यादा लम्बी होती है. ओपनिंग और क्लोजिंग रेंज में बहोत ज्यादा अंतर होता है. इसका हाई ओपन प्राइस के पास होता है और क्लोजिंग प्राइस उसके लो प्राइस के पास होता है. इसको एक बहोत ज्यादा बेयरिश केंडल मन जाता है.ये दर्शाता ही की बाज़ार में बहोत सेलर आ गए है और तगड़ी बिकवाली हो रही है.
३.वाइट बॉडी :
ये बिग वाइट केंडल की तरह ही होती है सिर्फ बॉडी बिग वाइट की तुलना में थोड़ी छोटी होती है.ये केंडल भी बुलिश केंडल होती है. ये केंडल भी बाजार में खरीदार है ये दर्शाती है.
४.ब्लैक बॉडी :
ये बिग ब्लैक केंडल की तरह ही होती है सिर्फ बॉडी बिग ब्लैक की तुलना में थोड़ी छोटी होती है.ये केंडल भी बेयरिश केंडल होती है. ये केंडल भी बाजार में बिकवाली करने वाले लोग है ये दर्शाती है.
५. दोजी :
इस प्रकार की केंडल में आपको कोई रियल बॉडी नज़र नहीं आएगी. जहाँ प्राइस खुला वही आकर बंद हो गया. इस प्रकार का केंडल जब बनता है तब बाजार में खरीदार और सेलर दोनों बराबर मात्रा में होते हैं. इस प्रकार की केंडल दर्शाती की है बाजार सम्भ्रमित है और किस दिशा में जायेगा इसका फैसला नहीं हो पा रहा है.
६. ड्रैगनफ्लाई दोजी :
इस केंडल में ओपन प्राइस ही दिनका हाई भी होता है और क्लोज भी होता है. इस प्रकार की केंडल किसी बेयरिश ट्रेंड का अंत दर्शाती है. इस प्रकार कि केंडल बुलिश होती है. इसमें सेलर एक हद्द तक प्राइस को नीचे ले जाते है और तभी बहोत सरे ख़रीदार आकर उस प्राइस को ऊपर ले जाते है और जहाँ खुला था प्राइस उसी पर क्लोज होता है. इसका आकार किसी बरसाती पतंगे की तरह होता है.
७. ग्रेवस्टोन दोजी :
इस केंडल में ओपन प्राइस ही दिनका लो भी होता है और क्लोज भी होता है. इस प्रकार की केंडल किसी बुलिश ट्रेंड का अंत दर्शाती है। इस प्रकार कि केंडल बेयरिश होती है. इसमें खरीददार एक हद्द तक प्राइस को उपर ले जाते है और तभी बहोत सरे सेलर आकर उस प्राइस को निचे ले जाते है और जहाँ खुला था प्राइस उसी पर क्लोज होता है. इसका आकार किसी कब्र पर लगे पत्थर की तरह होता है.
८.लॉन्ग लेग्गड़ दोजी :
ये केंडल दोजी की तरह ही होती है. फरक मात्र यह होता है की इसका हाई और लो का रेंज थोड़ा बड़ा होता है. ये केंडल दर्शाता है की बायर्स और सेलर बराबर मात्रा में एक दुसरेसे संघष कर रहे है.
९. हैंगिंग मैन :
इस प्रकार की केंडल में रियल बॉडी रेड भी हो सकती है या फिर ग्रीन भी. रियल बॉडी ऊपर बनी होती है और उसके ऊपर शैडो हो भी सकती है या नहीं भी. रियल बॉडी के निचे शैडो बना होता है जो की रियल बॉडी के २ गुना या ३ गुना लम्बा होता है. ये केंडल तब बनता है जब कोई स्टॉक अपट्रेंड में हो. ये दर्शाता है की अब्ब बुलिश ट्रेंड खत्म होने को है और बाजार में सेलर आ चुके है.
१०. हैमर :
इस प्रकार की केंडल में रियल बॉडी ऊपर की तरफ होती और निचे शैडो होती है. यह एक बुलिश केंडल होती है जो डाऊन ट्रेंड के निचे तैयार होती है. यह संकेत देती है की अब्ब बाजार में खरीदार लोग है . इसका आकार किसी हथौडे की तरह होता है.
११. इनवर्टेड हैमर :
इस प्रकार की केंडल में रियल बॉडी निचे की तरफ होती और ऊपर शैडो होती है. यह एक बुलिश केंडल होती है जो ट्रेंड रिवर्सल संकेत देती है. इसका आकार किसी उलटे हथौडे की तरह होता है.
१२. लॉन्ग लोअर शैडो :
इस प्रकार की केंडल की ग्रीन होती है और इसकी शैडो केंडल की हाई लो रेंज के २/३ होती है. अगर ये कैंडल किसी स्टॉक के सपोर्ट लेवल पे तैयार हो तो बुलिश मानी जाती है.
१३ लॉन्ग अप्पर शैडो :
इस प्रकार की केंडल की बॉडी रेड या ग्रीन हो सकती है और इसकी शैडो केंडल की हाई लो रेंज के २/३ होती है. इसकी शैडो बॉडी के निचे और ऊपर दोनों तरफ होती है लेकिन निचे की तरफ नाम मात्रा शैडो होती है.अगर ये कैंडल किसी स्टॉक के रेजिस्टेंस लेवल पे तैयार हो तो बेयरिश मानी जाती है.
१४. मारुबोझु :
इस प्रकार की केंडल की बॉडी रेड या ग्रीन हो सकती है और इसमें कोई शैडो नहीं होती .केंडल बॉडी काफी बड़ी होती है. इस प्रकार की केंडल काफी बुलिश या बेयरिश मानी जाती है.
१५.शूटिंग स्टार:
इसकी बॉडी काफी छोटी होती है ये रेड या ग्रीन भी हो सकती. इसमें अप्पर शैडो होती है और लोअर शैडो बहोत हो कम होती है या फिर कभी कभी नहीं भी होती. अगर ये अपट्रेंड मि तैयार हो तो बेयरिश पैटर्न की शुरुआत मानी जाती है.
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